युवाओं पर नशे का दुष्परिणाम डॉक्टर निधि वर्मा नशा समाज की सबसे घातक बीमारी डॉ निधि वर्मा

 





आज हमारे देश का युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में फसता जा रहा है इसका एक कारण है सहनशक्ति की कमी युवा आजकल बहुत जल्दी अपना आपा खो देता है जिसका परिणाम यह होता है कि वह डिप्रेशन में चला जाता है और फिर वह नशे की गिरफ्त में फंस जाते हैं माता-पिता को चाहिए कि वह अपने बच्चों को हालात से लड़ना सिखाएं और उन्हें मजबूत बनाएं आज हमारे देश की युवा पीढ़ी नशे को शौक मान रहे हैं बहुत कम उम्र के लड़के लड़कियॉ नशे की दलदल में फस रहे हैं समय रहते माता पिता ने अपने बच्चों का ख्याल नहीं किया तो आने वाले वक्त में अगर समय रहते हम नहीं चाहते  तो हमारा देश नशे में गिर जाएगा और युवा पीढ़ी का जीवन अंधकार  मय हो जाएगा आज हमारा युवा शराब गुटका सिगरेट आदि नशीली पदार्थ का सेवन कर रहा है किसी भी देश का भविष्य और देश की तरक्की देश के युवाओं पर टिकी होती है देश की युवा पीढ़ी अगर गलत रास्ते पर चले जाए तो निश्चित तौर पर उनका जीवन अंधकार में चला जाता है देश का युवा वर्ग को जिंदगी के हर पहलू को जीने की इच्छा होती है युवा वर्ग नशे को अपनी शान समझते हैं अब तो ग्रामीण क्षेत्रों में भी गली-गली शराब की दुकानें व सिगरेट पान मसाला गुटखा आदि  सुगमता से उपलब्ध हो जाते है शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूली बच्चों और स्कूली छात्राओं महिलाओं के बीच भी गुटखा पान मसाला  की लत बढ़ने लगी है बेरोजगारी के आलम में मानसिक  रोग के शिकार लोग भी नशे की लत अपनाने लगे हैं दर्जनों युवक नशे की लत के कारण विभिन्न रोगों का शिकार होकर अकाल कलवित् हो चुके हैं जो आज हमारी जरूरत है नशा मुक्ति को लेकर व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है डॉ निधि का कहना है नशे के रूप में  अल्कोहल के अधिक सेवन से लीवर असाइनतंत्र दृष्टिहीनता की समस्या उत्पन्न हो जाती है जो आने वाले वक्त में घातक साबित होगा डॉ निधि वर्मा की कलम से

Comments

Popular posts from this blog