सेंट टेरेसा स्कूल, इंदिरापुरम के छात्र ध्रुव शर्मा ने 45th नेशनल योगासन स्पोर्ट्स चैंपियनशिप मे कांस्य पदक जीतकर ग़ाज़ियाबाद जिले का नाम रोशन किया । ये चैंपियनशिप जनवरी के 15,16,17,23,24,30,31 को हुई थी। इस चैंपियनशिप मे भारत के सभी प्रदेश से 1200 लोंगो ने भाग लिया जिसमें उत्तर प्रदेश से 66 प्रतिभागी थे। ध्रुव का चुनाव अब आने वाले फेडरेशन कप मे हुआ है। ध्रुव शर्मा 11 साल का है और कक्षा 6 सेंट टेरेसा स्कूल मे पढ़ता है। स्कूल मे उसके सभी अध्यापिका बहुत खुश है । स्कूल के डायरेक्टर रमन राजा खन्ना ने ध्रुव को विशेष शुभकामनाएं दीं और आने वाले समय का सितारा बताया। ध्रुव शर्मा ने हाल मे ही कोरोना से बचाव के लिए मिस्टर सोशल डिस्टेन्सर नाम की डिवाइस बनाई, जिसमें जैसे ही कोई उसके पास आएगा अलार्म बज जाएगा। जिसकी तारीफ़ सभी जगह हुई। ध्रुव पूर्व राष्ट्रपति और प्रसिद्ध साइंटिस्ट अब्दुल कलाम जी से साइंस के लिए प्रेरित है। मोदीजी और रामदेव जी के साथ मिलकर योग का प्रसार करना चाहता है जिससे सभी लोगो योग करके निरोग रहे ।
जन मानव उत्थान समिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमांशी शर्मा ने अपने जन्मदिन के अवसर पर महिलाओं व बेटियो को स्वास्थ्य के प्रति सेनेटरी पैड एवं खाद्य सामग्री बाटकर जागरूक किया । इस अवसर पर बच्चों को बिस्किट चिप्स व कपड़े देकर उनके साथ बाल्मीकि बस्ती पटेल नगर गाजियाबाद में अपना जन्मदिन मनाया ।
शिक्षा जीवन में आगे बढ़ने और विकास का एक अनिवार्य पहलू है। इसके बिना किसी देश के विकास के लिए एक उत्कृष्टता की संभावना बहुत कम है। शिक्षा चरित्र निर्माण के साथ-साथ लोगों के व्यक्तित्व को आकार देने में एक आवश्यक भूमिका निभाती है। समाज के सभी लोगों को, युवाओं को शिक्षा के अधिकार का हकदार होना चाहिए। क्योंकि युवाओं को शिक्षित करके ही एक देश अपने भविष्य के विकास और प्रगति को सुनिश्चित कर सकता है। शिक्षा हमारे इतिहास, संस्कृति और हमारे अतीत के बारे में जानने में हमारी मदद करती है। समाज में सभी को जीवन में शिक्षा की आवश्यकता और उद्देश्य को समझना चाहिए।इस प्रकार एक ऐसे देश के लिए जो नए और युवा दिमाग से भरा है, शिक्षा आवश्यक है। हर व्यक्ति सोचने और न्याय करने की अपनी क्षमता के साथ पैदा होता है। शिक्षा के माध्यम से ही हम अपनी प्रतिभा को पहचान पाते हैं और लागू करने और अमल में लाने के बारे में सीखते हैं। हमारे देश के युवा उचित शिक्षा के साथ अच्छे विचार और व्यवहार से अभिनव लहर ला सकते हैं। इसलिए, भारत के विकास के लिए भारतीय युवाओं के पास खुद को सीखने और शिक्षित करने के लिए पर्याप्त संसाधन होन...
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