महामारी का समय बीत जाएगा जो खोया उसकी भरपाई कोई नहीं कर पाएगा और बुरे वक्त में कहावत है डूबते को तिनके का सहारा इसी कहावत को सच में बदला प्रताप सिंह ने जिनका नाम बड़ा नहीं है जिनका काम इंसानियत के लिए एक मिसाल है दिन हो या रात हमेशा रक्तदान डिमांड के अनुसार करने के लिए चौबीसों घंटे तैयार रहते हैं ब्लड बैंक चला कर कई वर्षों से प्रताप ने मानवता की सेवा की हजारों पीड़ितों को प्लाज्मा और रक्तदान की व्यवस्था करवा कर उनकी जान बचाई मानवता के इतिहास में इनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा समाज को इन पर नाज है
*शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है आगे बढ़ने के लिए शिक्षा जरूरी है डॉ निधि वर्मा सी ई ओ एन ई सी*
शिक्षा जीवन में आगे बढ़ने और विकास का एक अनिवार्य पहलू है। इसके बिना किसी देश के विकास के लिए एक उत्कृष्टता की संभावना बहुत कम है। शिक्षा चरित्र निर्माण के साथ-साथ लोगों के व्यक्तित्व को आकार देने में एक आवश्यक भूमिका निभाती है। समाज के सभी लोगों को, युवाओं को शिक्षा के अधिकार का हकदार होना चाहिए। क्योंकि युवाओं को शिक्षित करके ही एक देश अपने भविष्य के विकास और प्रगति को सुनिश्चित कर सकता है। शिक्षा हमारे इतिहास, संस्कृति और हमारे अतीत के बारे में जानने में हमारी मदद करती है। समाज में सभी को जीवन में शिक्षा की आवश्यकता और उद्देश्य को समझना चाहिए।इस प्रकार एक ऐसे देश के लिए जो नए और युवा दिमाग से भरा है, शिक्षा आवश्यक है। हर व्यक्ति सोचने और न्याय करने की अपनी क्षमता के साथ पैदा होता है। शिक्षा के माध्यम से ही हम अपनी प्रतिभा को पहचान पाते हैं और लागू करने और अमल में लाने के बारे में सीखते हैं। हमारे देश के युवा उचित शिक्षा के साथ अच्छे विचार और व्यवहार से अभिनव लहर ला सकते हैं। इसलिए, भारत के विकास के लिए भारतीय युवाओं के पास खुद को सीखने और शिक्षित करने के लिए पर्याप्त संसाधन होन...
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