अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष *डॉ निधि वर्मा ने अपने हुनर से बनाई समाज में अपनी अलग एक पहचान समाज को इन पर गर्व है*

 जिला गाजियाबाद में रहने वाली डॉ निधि वर्मा ने अपने हुनर से समाज में बड़ा नाम कमाया है और अब तक कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संगठनों से सम्मानित हो चुकी है कई राज्यों की संस्थाओं में सदस्य भी है और खुद की संस्था एनईसी की सीईओ है युवाओं को बहुत प्रेरित करती रहती 

गाजियाबाद समाचार से बातचीत के दोरान उनहोंने निम्न विचार महिला दिवस के अवसर पर वयक्त करे 


 महिला सशक्तिकरण में समाज की भूमिका बहुत महत्त्वपूर्ण है। ... समाज में प्रत्येक पुरुष और महिला को संविधान द्वारा समान तौर पर समस्त मूलभूत अधिकार दिए गए हैं, लेकिन फिर भी किसी न किसी रूप में सामाजिक रूढ़िवादी मान्यताओं और विषमताओं के कारण महिलाएं अपने अधिकारों से वंचित रह जाती हैं महिला सशक्तिकरण में ये ताकत है कि वो समाज और देश में बहुत कुछ बदल सकें। वो समाज में किसी समस्या को पुरुषों से बेहतर ढ़ंग से निपट सकती है। ... एक महिला परिवार में सभी चीजों के लिये बेहद जिम्मेदार मानी जाती है अत: वो सभी समस्याओं का समाधान अच्छी तरह से कर सकती है। महिलाओं के सशक्त होने से पूरा समाज अपने आप सशक्त हो जायेगा।

 आज की महिलाएं सिर्फ घर गृहस्थी को संभालने तक ही सीमित नहीं रही हैं, बल्कि हर क्षेत्र में उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. व्यावसायिक क्षेत्र हो या पारिवारिक, महिलाओं ने यह साबित कर दिया है कि वे हर वो काम कर सकती हैं जो कभी पुरुषों के योग्य समझा जाता था. कुछ समय पहले तक जिन व्यवासायिक क्षेत्रों में केवल पुरुषों का ही वर्चस्व हुआ करता था, अब वहां महिलाओं को काम करते देखकर हमें आश्चर्य नहीं होता है. शिक्षा और आत्म-निर्भर बन जाने के कारण वह अपने ऊपर विश्वास कर, अपने जीवन संबंधी निर्णय लेने लगी हैं




अपने अस्तित्व को संभालो सिर्फ 1 दिन ही नहीं बल्कि हर दिन को नारी दिवस बना डालो


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